भूल कैसे नहीं मैं देख सकता औरत हूँ बहन हूँ बेटी हूँ काली हूँ चंडी हूँ दुर्गा हूँ जीवन बाँधा नहीं जा सकता। ना बड़ा हूँ ना हूँ मै छोटा।मै हूँ तो हूँ बस एक इंसान ही हूँ।

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